
दिलचस्प बात यह कि इस बयान पर बवाल होने के बाद आसाराम बापू ने सफाई दी। इस सफाई में पहले बयान के लिए माफी मांगना तो दूर उन्होंने उस सही साबित करने की कोशिश की और इस क्रम में फिर महिला विरोधी बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में मते हंगामे को देखते हुए कड़े कानून की बात की जा रही है, लेकिन यह कोई नहीं कह रहा कि महिलाएं उस कानून का दुरुपयोग कर सकती हैं।
हालांकि, उनका दावा है कि उन्होंने घटना की निंदा की है। उन्होंने रेप विक्टिम के परिवार को अपना संदेश भी भेजा है कि दुख के इस घड़ी में वह उनके साथ हैं। साथ ही आसाराम ने रेपिस्टों के लिए तैयार किए जाने वाले कड़े कानून का भी कड़ा विरोध किया है। उनके मुताबिक, कानूनों का सिर्फ दुरुपयोग होगा, असली दोषी बच जाएंगे। अगर ऐसा (कड़ा कानून बन जाता है) होता है तो यह पुरुषों के साथ पूरे समाज के लिए गलत होगा, क्योंकि रोएगी तो कोई मां-बहन ही।
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