सोमवार, 7 जनवरी, 2013
मॉरिशस के राष्ट्रपति राजकेश्वर पुरयाग जब बिहार पहुंचे तो फफक-फफक कर रो पड़े. उन्होंने कहा कि बिहार के गांव वाजितपुर से उनका गहरा नाता है.पटना से 30 किलोमीटर दूर पुनपुन मसौढ़ी अंचल के वाजितपुर गांव में वो पत्नी अनीता पुरयाग और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पहुंचे थे.उन्होंने कहा कि 150 वर्ष पहले उनके परदादा पुरयाग नोनिया बिहार के वाजितपुर गांव से मॉरिशस गए थे.नागरिक अभिनंदन के दौरान बोलने के क्रम में वो अपने परदादा पुरयाग नोनिया को याद कर रोने लगे.
उन्होंने कहा कि बिहार और मॉरिशस का रिश्ता भाई-भाई का रिश्ता है.
बिहार से गहरा नाता
राष्ट्रपति के गाँव वाजितपुर पहुंचने पर हज़ारों की संख्या में लोग उनका अभिनंदन करने पहुंचे लेकिन सबसे ज्यादा उत्साहित वो परिवार दिखा जिसका राष्ट्रपति से नाता है.
महेश नोनिया के परिवार के लोगों ने राजकेश्वर पुरयाग से मुलाकात की और अपनी भावनाओं को बांटा.
भारतीय अंग्रेजी दैनिक ‘दि इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक महेश नोनिया काफी गरीब हैं और गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करते हैं.
वाजितपुर गांव में एक तलाब और स्कूल का नामकरण राष्ट्रपति के नाम से हुआ ताकि उनकी यात्रा यादगार बन जाए.
उन्होंने नीतीश कुमार के सुशासन की भी तारीफ की और कहा कि इससे पहले मॉरिशस के लोग बिहार से खुद को जोड़ने में शर्म महसूस करते थे.
उन्होंने कहा कि लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है और दुनिया अब बिहार के विकास की बात कर रहा है.
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें