नई दिल्ली15 april 2013। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बीजेपी और जेडीयू में खटास बढ़ती ही जा रही है। बीजेपी ने साफ किया है कि मोदी को नीतीश के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। पार्टी की नई प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने नीतीश पर वार करते हुए कहा है कि मोदी को नीतीश के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। मीनाक्षी को पार्टी में मोदी की झंडाबरदार माना जाता है। मीनाक्षी लेखी का ये बयान तब आया है जब राजनाथ की क्लास के बाद बिहार के नेताओं ने चुप्पी साध ली थी।
गौरतलब है एक दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोदी का नाम लिए बगैर उनकी जमकर आलोचना की थी। इशारों-इशारों में मोदी पर वार करते हुए कहा था कि देश चलाने के लिए टोपी भी पहननी होगी और टीका भी लगाना होगा। मोदी के कल के वार के बाद बिहार बीजेपी ने भी नीशीत के खिलाफ बिगुल फूंक दिया था। और अब मीनाक्षी लेखी भी नीतीश के लिए तल्ख शब्दों का इस्तेमाल करती नजर आईं।
दरअसल गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बीजेपी और जेडीयू में खटास बढ़ती ही जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रुख से नाराज बिहार बीजेपी के नेता आर-पार की लड़ाई की बात कर रहे हैं। सोमवार को दिल्ली पहुंचे बिहार के पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह का अंदाज बताता है कि बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों में तनाव किस कदर बढ़ गया है। गिरिराज सिंह दूसरे बीजेपी नेता आर-पार की बात करने पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात करने गए थे।
मालूम हो कि रविवार को जेडीयू के राष्ट्रीय अधिवेशन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था, उससे ये नेता खासे खफा हैं। नीतीश कुमार ने बीजेपी को चेता दिया है कि अगर मोदी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए आगे बढ़ाया गया तो गठबंधन टूट जाएगा।
जाहिर है, नीतीश कुमार का इशारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर था, जिन्होंने पिछले दिनों एक मुस्लिम धर्मगुरु के हाथों टोपी पहनकर सम्मानित होने से इंकार कर दिया था। नीतीश कुमार ने राजधर्म और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बड़प्पन की याद दिलाकर भी मोदी की शैली पर सवाल उठाए। संकेत साफ है कि मोदी का प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार बनाने को लेकर मचे शोर पर बीजेपी ने मुहर लगाई तो जेडीयू गठबंधन से बाहर हो जाएगा।
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