नई दिल्ली। करीब एक हजार करोड़ की ठगी कर चुके उल्हास खरे और रक्षा की कंपनी स्टॉक गुरु को लेकर अब सरकारी एजेंसी सेबी भी सवालों के घेरे में है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय तक से मदद मांगने की सोच रही है। स्टॉक गुरु के जाल में अब तक 2 लाख लोगों के फंसने का अनुमान है।
सेबी के नियमों के मुताबिक अगर 20 लोग या उससे ज्यादा लोग किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो उसका सेबी में रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है। पुलिस का कहना है कि करीब 14 हजार लोगों ने स्टॉक गुरु की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है इतने सारे लोग एक कंपनी में निवेश कर रहे हैं तो क्या सेबी को इसके बारे में जानकारी नहीं मिली और अगर सेबी को जानकारी थी तो कंपनी रजिस्टर्ड क्यों नहीं हुई।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक अपनी पहचान बदलने में माहिर पति-पत्नी ने लोगों को जल्द मालदार बनने का लालच देकर करीब 500 करोड़ रुपये की ठगी की। दोनों पति-पत्नी कभी लोकेश्वर, कभी उल्लास, कभी सिद्धार्थ, कभी प्रियंका, तो कभी रक्षा बनकर लोगों को ठगते रहे। इन दोनों पति-पत्नी ने देशभर के अलग-अलग शहरों में लगभग 2 लाख लोगों को चूना लगाया है। ये दोनों भेष और कंपनी बदल कर लोगों को लालच देते रहे और लालच में आए लोग बेवकूफ बनते रहे और लुटते रहे।
नई दिल्ली। भेष बदलने में माहिर दोनों पति-पत्नी को पिछले डेढ़ साल से दिल्ली पुलिस तलाश कर रही थी। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को आखिरकार सफलता मिली और ये दोनों ठग महाराष्ट्र के रत्नागिरी से गिरफ्तार किए गए। इनकी ठगी का जाल दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बैंगलोर और गोवा में फैला था। जहां इन्होंने करीब दो लाख लोगों को अपने जाल में फांसा और फिर उनकी गाढ़ी कमाई लूटकर फरार हो गए। इनके खिलाफ सिर्फ दिल्ली में 14 हजार शिकायत दर्ज है।
पुलिस की गिरफ्त में आए इन बंटी-बबली के पास अबतक 63 करोड़ की संपत्ति का पता चला है। इनके 20 बैंकों के 94 बैंक अकाउंट का भी पुलिस ने पता लगा लिया है और उन्हें फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही इनकी 13 कोठियों का भी पता चला है जिन्हें जब्त कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक उल्लास लोगों को 6 महीने के अंदर रकम दोगुना करने का झांसा देकर अपने जाल में फांसता था। शुरू के दो तीन महीने लोगों को पैसा देता था। लोग लालच में आ जाते थे और ज्यादा पैसे लगाते थे। लेकिन जब लोगों की संख्या और पैसा काफी हो जाता था तो वो अचानक एक रोज पैसे लेकर चंपत हो जाता था। दिल्ली पुलिस अब इनकी कारस्तानी का कच्चा चिट्ठा दूसरे राज्यों की पुलिस से भी ले रही है।
2 लाख लोगों को 500 करोड़ का चूना लगाने वाले ये बंटी बबली रहते तो थे पांच सितारा होटलों, आलीशान कोठियों में। घूमते थे बड़ी-बड़ी कारों में, बोलते थे अच्छी अंग्रेजी में, लेकिन थे महज दसवीं पास। दिल्ली पुलिस के मुताबिक उल्लास और प्रियंका ने दसवीं के बाद से ही ठगी की दुनिया में कदम रख दिया।
ये लोग अपने इनवेस्टर से कहते थे कि कम से कम 10 हजार रुपये कंपनी में इनवेस्ट करें। इनवेस्ट की गई रकम का 20 फीसदी 6 महीने तक देने का वादा होता था और सातवें महीने में इनवेस्ट की गई रकम भी लौटाने का वादा करते थे। लोगों को ये कहा जाता था कि वो ये पैसे स्टॉक मार्केट में लगाकर उनसे मुनाफा कमाते हैं। कई लोगों ने तो अपनी सारी कमाई यहां तक कि अपनी संपत्ति बेचकर भी स्टॉक गुरु इंडिया में पैसे लगाए और लुट गए। news from IBN Khabar with courtsey
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