इंदौर। इंदौर के सेंट्रल एक्साइज कमिश्नर जे.पी.सिंह की मुंबई निवासी पत्नी संध्या सिंह की मौत का राज जल्द ही खुल सकता है। पुलिस का अनधिकृत तौर पर दावा है कि वो केस सुलझाने के करीब पहुंच गई है।
सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि संध्या के गायब होने के दूसरे दिन जब वे मुंबई स्थित घर पहुंचे तो वहां पार्टी चल रही थी। पार्टी में उनके बेटे रघुवीर की महिला मित्र, उसका कजिन और अन्य मित्र शामिल थे। हालांकि उस समय रघुवीर वहां नहीं था। थोड़ी ही देर में जब रघुवीर आया तो उसने बताया कि वह मां को ढूंढ़ने गया था।
पुलिस दो दिन से रघुवीर से पूछताछ कर रही है। शनिवार को भी उसे छोड़ा नहीं गया। पुलिस का कहना है कि वह बार-बार अपने बयान बदल रहा है, इसलिए फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं।
संध्या कुछ दिन पहले घर से अचानक गायब हो गई थी। उस समय उनके पास करीब 25 लाख रुपए के जेवरात भी थे। ये जेवरात बैंक में रखने के लिए वे अपनी मित्र उमा गौर के साथ घर से निकली थीं, लेकिन फिर लौटी नहीं। मामला इसलिए उलझ गया था कि वे बैंक भी नहीं पहुंची और न ही घर। कई दिनों की तलाश के बाद हाल ही में उनकी लाश घर से कुछ ही दूरी पर कंकाल के रूप में मिली थी।
प्रथमदृष्टया पुलिस इसे हत्या मानकर उसी लाइन पर जांच कर रही है। पुलिस का यह भी मानना है कि कोई निकटतम व्यक्ति इस घटना में शामिल हो सकता है। उसी सिलसिले में पुलिस ने बेटे और उसकी महिला मित्र को शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। तब से पुलिस बेटे से लगातार पूछताछ कर रही है। शनिवार रात तक उसे छोड़ा नहीं गया था।
पुलिस का दावा है कि वो मामले को सुलझाने के काफी करीब पहुंच गई है। हालांकि इस मामले में मुंबई के एनआरआई थाने की पुलिस अधिकृत तौर पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। मामले में इंदौर सेंट्रल एक्साइज कमिश्नर और उनके पति जेपी सिंह ने भी भास्कर से इस बात की पुष्टि की है कि उनके बेटे को अभी पुलिस ने छोड़ा नहीं है।
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