sponsor

रविवार, 3 फ़रवरी 2013

मोदी के महाकुंभ में आने का शुरू हुआ विरोध

नई दिल्ली।। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के इलाहाबाद महाकुंभ में जाने की खबरों के बीच उनका वहां विरोध शुरू हो गया है। महाकुंभ में मोदी को लेकर संतों के दो गुट बन गए हैं। एक गुट जहां उनका बेकरारी से इंतजार कर रहा है, वहीं दूसरा गुट उनके विरोध पर उतर आया है।

मोदी का विरोध कर रहे संत समाज का कहना है कि महाकुंभ धर्म के लिए है ना कि राजनीति के लिए। धर्म और राजनीति को एक-दूसरे से अलग रखना चाहिए। संत समाज के सदस्य स्‍वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि कुंभ का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। यह लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है। उन्होंने तो मोदी समर्थक संतों को नकली संत तक करार दिया। स्‍वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि मोदी को महाकुंभ में आने से पहले गुजरात नरसं‍हार के लिए माफी मांगनी चाहिए। वह जब तक उसकी सजा नहीं भुगत लेते, तब तक उनका कोई स्‍वागत नहीं है।

गौरतलब है कि इलाहाबाद महाकुंभ में 7 फरवरी को संत महासम्मेलन के साथ-साथ विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक भी होनी है। इसमें संत समाज की ओर से पीएम पद के लिए मोदी का नाम तय करने की खबरें हैं। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी 6 फरवरी को महाकुंभ में जा रहे हैं।


मोदी के महाकुंभ जाने पर सस्पेंसः उधर, मोदी के महाकुंभ में जाने पर सस्पेंस बना हुआ है। दिल्ली में स्टूडेंट्स के साथ इस हफ्ते होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने की मोदी ने पुष्टि कर दी है, लेकिन अपने महाकुंभ में जाने को लेकर वह चुप्पी साधे हुए हैं। गौरतलब है कि मोदी को 6 फरवरी को श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) के छात्रों को संबोधित करना है। स्टूडेंट मोदी से गुजरात के विकास मॉडल पर सवाल जवाब भी करेंगे। मोदी का गुजरात के बाहर यह इस तरह का पहला कार्यक्रम है।

ads

Ditulis Oleh : Janprachar.com Hari: 11:45 pm Kategori:

Entri Populer